Saturday, April 20, 2024

निर्भय।। Nirbhaya by Manish jakhmi

इस जीवन में ना जाने कितने ही तरीकों से जीने की प्रक्रियाएं है, वैसे तो बीता हुआ कुछ मायने नहीं रखता परंतु अब कुछ सवाल ऐसे भी होते है जिनके जवाब हमारे भूतकाल से ही मिल सकते है जिनके लिए मनुष्य वापस से वही परिस्थिति बनाता है जो वो पहले से जी चुका, यानी सवाल इतना जरूरी था की इस कीमती समय को जाया करके पीछे जाना, परन्तु उस पीछे जाने में कुछ जवाब ऐसे भी होंते है जिनसे आने वाली मुसीबतों (बुरी परिस्थिति) को आराम से संभाल सके क्योंकि मुसीबत कभी टलती नहीं अपितु उससे सामना करना पड़ता है, बस निर्भय वही रहेगा जो उसे अपना मानेगा। बाकी व्यक्ति की प्रकृति पर निर्भर करता है।

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