के लिए काफ़ी होते है, हालांकि वास्तविक
समय पर ऐसा कुछ काम नहीं आता (यह
भी तो मात्र एक विचार है) अपने विचार से
प्रकट दृश्य को वास्तविक करने का प्रयत्न
करें सब संभव होगा। (बाकी आपके
विचार पर निर्भर करता है)
याचिका -------
ले आयी है,
जो बैठी बिठाई,
समस्या सही मेहमान है,
क्यों भागना इससे दूर,
देना तो सम्मान है।
ये पहली बार थोड़ी,
दिखा इसको,
अगर तुझमें भी अभिमान है
मन से भी तू सही ही कर,
भले हो जख्मी,
बाक़ी होना तो यशगान है।
@Manish jakhmi
@शाही कलम
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