माना जाता है की एक जीवन को सही मार्ग दिखाने में एक गुरु का हाथ होता है ऐसे मैं आजकल गुरु को पहचानना बहुत मुश्किल बात है, लालच, क्रोध, काम, द्वेष वाली दुनिया में तो बहुत ही मुश्किल, तो ऐसे में जीवन का आधार क्या है आज के कर्म का कारण क्या है? जिम्मेदारी क्या है ? ऐसे अनेकों सवाल मनुष्य के मन में आते है, हालांकि वह इन सबमें रहकर भी चल सकता है मगर एक सटीक जीवन का अनुभव ऐसे तो बिलकुल भी नहीं मिल सकता।
शाही कलम
मनीष जख्मी।
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